माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता एवं संचार विश्वविद्यालय ,भोपाल के जनसंचार विभाग के छात्रों द्वारा संचालित ब्लॉग ..ब्लाग पर व्यक्त विचार लेखकों के हैं। ब्लाग संचालकों की सहमति जरूरी नहीं। हम विचार स्वातंत्र्य का सम्मान करते हैं।
Thursday, April 15, 2010
जब प्यार किया तो डरना क्या..
-सोनम झाजब प्यार किया तो डरना क्या....,ये बाते सिर्फ फिल्मों में हीं अच्छी लगती है। क्योकिं आम जीवन में चाहे कोई भी हो इस दुनिया से डरना हीं पड़ता है। चाहे वो गली के कमसिन मोहब्बती जोड़े हों या फिर अपने-अपने देश के शीर्ष खिलाड़ी।
इस जमाने से वो इतने सहम जातें हैं कि शादी की तारीख जो तय की गयी है उससे पहले हीं वे दोनो शादी के बंधन में बंध जाते हैं। जी हां बात हो रही है शोएब और सानिया के निकाह की जो होनी थी 15 अप्रैल को और हो गयी 12 अप्रैल को तमाम बवालो और अड़ंगो के बाद सानिया आखिरकार शोएब की शरीके हयात बन हीं गयी। बेकरारी का आलम ये रहा कि इतने फसादो के बीच वो तीन दिन पहले ही एक दूसरे के हो लिये, और चरितार्थ कर दिखाया इस गीत को कि है अगर दुश्मन दुश्मन जमाना गम नही...., ना जाने कितने उतार चढ़ाव और अजीब रास्तों से गुजरी है ये दिल-ए-दाश्तां। शोएब की पूर्व कथित पत्नी आयशा सिद्दीकी ने क्या- क्या दिन दिखाये कि शायद इसके बारे मे कभी उन्होने ख्वाब में भी नहीं सोचा होगा। मोहतरमा ने शोएब पर यातना,धोखाधड़ी, मानहानि सहित चार आरोप लगा डाले जो भी हो सानिया सदा शोएब के साथ रही हैरान रहीं, परेशान रहीं पर साथ रहीं। और साथ ही उन्होने नही छोड़ा दामन आशा और उम्मीद का। सानिया ने साफ तौर पर कहा कि मैने कभी नहीं सोचा था कि शादी के समय ऐसी दिक्कतों का सामना करना पड़ेगा, लेकिन उम्मीद है कि जल्द सब कुछ ठीक हो जायेगा। मुझे और मेरे परिवार को पता है कि सच क्या है। हमें खुदा के इंसाफ पर पूरा भरोसा है। सानिया सदा यहीं कहती रहीं कि मैं पूरी तरह से शोएब के साथ हूं। साथ ही सानिया ने ये भी कबूल किया कि हो रहे विवादों के चलते मेरी रातों की नींद उड़ गयी है और भावुक होकर वो यह भी कह बैठीं की मैंने कभी सोचा नही था कि अपनी शादी में मुझे मेहंदी के अलावा किसी और बात के लिये इतना सोचना पड़ेगा। ये रहीं वो समस्याएं जिसका पूरा श्रेय आयशा सिद्दीकी को जाता है। अभी ये विवाद थमा ही नही था कि शोएब और सानिया की शादी के मामले में काजी शाहब कूद पड़े। दोनो के शादी से पूर्व साथ रहने को हराम ठहराते हुये सुन्नी उलेमा बोर्ड ने फतवा जारी कर दिया।
उलेमा बोर्ड ने यहां तक अपील कर डाली कि मुस्लिम समुदाय इस शादी से दूर रहे। दारु उलूम, देवबंद के उलेमाओं ने भी सानिया और शोएब के साथ रहने को नाजायज करार दिया है। ये कोई पहली बार नही हुआ है कि किसी सेलीब्रेटी की शादी में ऐसी बात हुयी है,पर एक अलग बात जो इसमे जो रही वो यह है कि ये सिलसिला बहुत लम्बा चला। सानिया किस देश के लिये खेलेंगी, वो किसका साथ देंगी जाने कितने सवालों से सानिया को गुजरना पड़ा।
लेकिन चाहे जो भी हो कहते है अंत भला तो सब भला अब तो कामना यही है कि ये जोड़ा खुश रहे। और शादी से पहले जिस मुश्किल दौर से इन्हे गुजरना पड़ा है भविष्य में फिर ऐसा इनके साथ ना हो और अब सभी के दिल से इनके लिये बस यही दुआ निकले मुबारक हो तुमके ये शादी तुम्हारी सदा खुश रहो ये दुआ है हमारी....
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अरे आपने तो सानिया की शादी तो मलिक साहब से करा दिया परन्तु सानिया क्या पाकिस्तान जा के खुश रह पाएगी. जिनके गैर मुल्क मे इतने चक्कर है, तो अपने मुल्क मे कितने फसाने होगें।
ReplyDeleteहमारे यहां हाल कुछ ऐसा है कि बेगानी शादी में अब्दुल्ला दीवाना। तुम्हारे लिखने के बारे में सिर्फ इतना कहूंगा कि तुम हर काम में इतनी जल्दबाजी क्यों करती हो।
ReplyDeleteप्यार किया तो डरना क्या....,ये बाते सिर्फ फिल्मों में हीं अच्छी लगती है।
ReplyDeleteacchaa likha hai, vaise filme sapna dikhaati hai our baahar ki jindagi yathaarth hoti hai.i mean yathaarth sapne se kafi badaa hotaa hai, himmat honi chahiye.
ReplyDeleteइस पूरे घटनाक्रम में बेहतर यह रहा कि सानिया और शोएब का मामला चाप पंचायत में नही गया। नही तो नजारा कुछ और होता।
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