Friday, October 16, 2009

स‌ूचना मंत्रालय चैनल 'लॉक' के हक में

नईदिल्ली। सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय टीवी पर दिखाए जाने वाले एडल्ट कंटेंट वाले प्रोग्रामों के मद्देनजर पैरंटल लॉक जैसी व्यवस्था पर विचार कर रहा है। मुमकिन है कि ऐसे प्रोग्रामों के लिए अलग से वक्त भी तय कर दिया जाए। ऐसा टीवी पर प्रसारित होने वाली सामग्री के लिए अपनी आचार संहिता को मजबूत बनाने के लिहाज से किया जा रहा है।

बताया जा रहा है कि ये दोनों प्रस्ताव सूचना एवं प्रसारण मंत्री अंबिका सोनी की इंडियन ब्रॉड कास्टिंग फाउंडेशन (आईबीएफ) और न्यूज ब्रॉडकास्टर्स एसोसिएशन (एनबीए) के प्रतिनिधियों के साथ ताजा मुलाकात के दौरान स‌ामने आए। अंबिका सोनी का मानना है कि ये मानदंड जब दुनिया भर में लागू हैं तो इन्हें भारत में भी लागू किया जाना चाहिए। इन प्रस्तावों को आखिरी रूप देने पर मंत्रालय और प्रसारकों के बीच अब भी विचार-विमर्श जारी है। विभिन्न पहलुओं पर दोनों पक्षों के बीच आम सहमति बनने में अभी कुछ वक्त लगेगा। मंत्रालय के एक सीनियर अफसर ने कहा कि ज्यादातर भारतीय परिवारों में अब भी एक ही टेलीविजन सेट है जहां बुजुर्ग सदस्य भी हैं। मंत्री का मानना है कि इस तरह का प्रावधान उनके लिए टेलीविजन देखने को सुखद अनुभव बनाने में मददगार होगा। मंत्रालय ने प्रसारकों को सुझाव दिया है कि इस तरह की व्यवस्था के तहत माता-पिता उन कुछ चैनलों को बंद करने में सक्षम हो सकेंगे जिसे वह किसी खास उम्र के अपने बच्चों के देखने के लायक नहीं मानते। मंत्री ने यह भी सुझाव दिया है कि एडल्ट टीवी प्रोग्रामों के लिए रात 11 बजे से सुबह 4 बजे तक का वक्त तय कर दिया जाए।

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