Monday, February 7, 2011

संजय सर का जन्मदिन-3


शलभ सर, द्विवेदी सर को केक खिलाते हुए।

1 comment:

  1. आज आनन्द का घन गगन छा गया,

    सौ बधाई तुम्हें,
    सौ बधाई तुम्हें।

    दे बधाई तुम्हें आज प्रातः किरण,
    दे बधाई तुम्हें आज अम्बर-पवन,
    दे बधाई तुम्हें भूमि होकर मगन।


    सादर
    अंकुर विजय

    ReplyDelete