tag:blogger.com,1999:blog-7101506539944291123.post5930567574228526709..comments2023-05-22T19:40:52.763+05:30Comments on पुनर्नवा: इस औरत का रास्ता मत रोकिएmass communication departmenthttp://www.blogger.com/profile/05591057484182946464noreply@blogger.comBlogger1125tag:blogger.com,1999:blog-7101506539944291123.post-91738141748027930932010-05-18T16:41:42.857+05:302010-05-18T16:41:42.857+05:30मुझे भी लगता है कि सबसे ज़्यादा ग़लत व्याख्या अगर ...मुझे भी लगता है कि सबसे ज़्यादा ग़लत व्याख्या अगर किसी मजहब की हुई है तो वह है इस्लाम और वह भी उसी के रहनुमाओं द्वारा ही। मैं आपसे पूरी तरह सहमत हूँ। आज ऐसे फतवों का कोई मतलब नहीं, उल्टे नुकसान ही है।Anonymoushttps://www.blogger.com/profile/04013603676470386266noreply@blogger.com